
वर्तमान काल में भारत अपने छोटे एवं माध्यम उद्यम क्षेत्र में एक अभूतपूर्व वृद्धि देख रही हैं। हमारे ओद्योगिक उत्पादन में ४५% से अधिक योगदान देता हैं MSME क्षेत्र, और इसके माध्यम से ४०% सकल घरेलु उत्पादन भी होता हैं। इस सफलता की कहानी के एक हिस्से को हमारी महिला उद्यमियों द्वारा लिखित हो रही हैं। परंपरागत सामाजिक बाधाओं को पार कर हमारी देश की महिलाएं व्यवसाय क्षेत्र में अपना एक जगह बना ली हैं। और इन मुश्किलों को अतिक्रम करने में उनका साथ दिया हैं हाल ही में आए हुए व्यावसायिक वित्त के हालिया विकास और FinTech जैसी व्यावसायिक ऋण पाना आसान बनाने वाली प्लेटफार्म। आज, महिलाओं के लिए लाए गए यह व्यावसायिक ऋण उन्हें ग्रामीण एवं शहरी भारत में स्वरोजगारी बनने में सहायता कर रही हैं।
महिलाओं के लिए लेंडिंग कार्ट व्यावसायिक ऋण की सुविधाएं:
भारत की एक प्रमुख बिज़नेस फाइनेंस प्रदाता हैं लेंडिंग कार्ट । लेंडिंग कार्ट एक तकनीकी-सक्षम मंच होने के नाते, इसका व्यवसाय ऋण अनुमोदन व्यापर विश्लेषिकी एवं बिग डेटा प्रौद्योगिकियों पर आधारित हैं। इसका मतलब यह होता हैं की व्यावसायिक ऋण आवेदन का मंजूरी अथवा अस्वीकार होना किसी भी तरह पूर्वाग्रह नहीं हैं। इसी वजह से लेंडिंग कार्ट महिलाओं के लिए व्यावसायिक ऋण की तलाश करने का एक बड़ा साधन हैं। लेंडिंग कार्ट की पूरी प्रक्रिया व्यावसायों में इस्तेमाल करने के लिए विश्वसनीय, त्वरित, और व्यक्तिगत ऋण शर्तों की मंजूरी देती हैं।
१. २ करोड़ तक का ऋण की मंजूरी पाएं
महिलायों के लिए हमारे यहाँ पाए जाने वाले व्यवसाय ऋण की टिकट ५०,००० से २ करोड़ का होता हैं। इसका लक्ष्य महिलाओं के ऋण अनुमोदन की सम्भावना को बढ़ाने का हैं।
२. महिलाओं के लिए ऑनलाइन बिज़नेस ऋण
लेंडिंग कार्ट की ऋण आवेदन करने का प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन हैं। इससे आवेदन करने का प्रक्रिया तेज़ होता हैं, और ऋण अनुमोदन के लिए यह पूरी तरह से निष्पक्ष भी बना रहता हैं। इस प्रक्रिया से ऋण उसी दिन अनुमोदित करने में आसानी होती हैं।
३. तीन दिनों में महिलाओं के लिए व्यावसायिक ऋण
जब आप ऋण अनुमोदित करने के लिए ज़रूरी दस्तावेज़ों को अपलोड करने के ७२ घंटे के अंदर हम सत्यापन प्रक्रिया को पूरा कर आप के व्यवसाय के बैंक अकाउंट में ऋण निधि को वितरित कर देते हैं। इस के लिए व्यवसाय के योजनाओं को तेज़ी से निष्पादन करना आसान हो जाता हैं।
४. महिलाओं के लिए संपार्श्विक-मुक्त व्यापर ऋण
लेंडिंग कार्ट से देने वाले महिलाओं के लिए व्यावसायिक ऋणों को किसी भी प्रकार की सुरक्षा की आवश्यकता नहीं पड़ती और इस के लिए हम महिला उद्दमियों को अपने उद्दम के विकास में मदद करने के लिए एक सत्य वित्तीय वाहन देने में सक्षम होते हैं।
५. प्रतिस्पर्धी व्याज दर
हम हर ऋण की पेशकश के सभी पहलुयों की गणना डेटा एनालिटिक्स के माध्यम से करते हैं, और इसी वजह से महिलाओं के लिए हमारे व्यापार ऋण सर्वोत्तम उपलब्ध ब्याज दरों में आती हैं । हमारी ऋण अनुमोदन की प्रक्रिया निष्पक्ष और पूर्वाग्रह-मुक्त होती हैं।
६. ऋण चुकाने का पर्याप्त समय
महिलाओं को दिए गए व्यवसाय ऋण मूल राशि के अनुसार समायोजित १ महीने से ३६ महीने की विस्तारित पुनर्भुगतान खिड़की के साथ पेश की जाती हैं। ऊपर से, यदि आपका व्यापार सफल हो रही हो, आप अपने ऋण को द्वि-सप्ताहिक किश्तों के माध्यम से भी चूका सकेंगे।
७. कोई छिपी हुई लागत नहीं हैं
लेंडिंग कार्ट से महिलाओं को दिए जाने ऋण का अधिग्रहण की लागत को हमने न्यूनतम रखे हैं । यह स्वीकृत ऋण राशि पर १-२% के सरल प्रसंस्करण शुल्क लगा होता हैं; इस के अलावा कोई छिपी हुई लागत नहीं होती हैं।
८. तेज़ चुकौती पर कोई जुर्माना नहीं
व्यापार अनुकूलित ऋण शर्तों के मामलों में हम दूसरों से एक कदम आगे हैं । हम महिलाओं को पूर्व भुगतान दंड नहीं देते हैं। आप अपने ऋण को प्रथम EMI सर्विसिंग के बाद कभी भी चूका सकते हैं। इस चुकौती के लिए कोई जुर्माना नहीं की जाएगी।
लेंडिंग कार्ट के दिए जाने वाले व्यवसाय ऋण के लाभ
भारत में फाइनेंस में अग्रणी हैं लेंडिंग कार्ट । हम पूरे भारत में महिला उद्दमियों एवं छोटे व्यवसाय के मालिकों के लिए ऋण उपलब्ध कराने की व्यवस्था करते हैं। महिलाओं के लिए हमारी तरफ से निम्नलिखित व्यवसाय ऋण के लाभ उपलब्ध कराए जाते हैं:
– ऋण स्वीकृति की निष्पक्ष प्रक्रिया
लेंडिंग कार्ट पूरे देश की लोगों की आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देने में विश्वास रखता हैं, और इसी लिए हम लिंग, नस्ल, सामाजिक भेदभाव को नज़रअंदाज़ करते हैं । हम व्यवसाय ऋण की आवेदन, अनुमोदन, सत्यापन, और वितरण, पूरी तरह से उद्दमियों के उद्दमशीलता और व्यवसाय कौशल पर आधारित रखते हैं। यदि कोई बैंक या NBFC आपको इनमें से कोई कारण ऋण की मंजूरी न दे रही हो तो आप हमारे पास आवेदन कर सकते हैं, हम आपको त्वरित मंजूरी प्राप्त करा सकते हैं।
– अपनी योजनाओं को अमल में लाइएं
हमारे तीन दिन में ऋण अनुमोदन करने के प्रक्रिया के मदद से आप अपनी व्यावसायिक योजनाओं को जल्दी आरम्भ कर सकते हैं। इसके लिए आपको हफ्ते या महीने इंतज़ार करने की ज़रुरत नहीं पड़ेगी। हमारे यह त्वरित कार्यप्रणाली यह सुनिश्चित करता हैं की आप कोई व्यावसायिक अवसरों से वंचित न हो।
– अपने मालिक आप खुद होंगे
आपको अपने उद्दम पर नियंत्रण रखने में लेंडिंग कार्ट आपकी सहायता करेगी । आपकी मूल्यवान संपत्ति को सुरक्षित रखने का दायित्व हमारा होगा। आपको हमारे यहाँ आवेदन करने के लिए कोई संपार्श्विक जमा देने की आवश्यकता नहीं हैं। ऊपर से हम आपके व्यवसाय में हस्तक्षेप भी नहीं करेंगे जैसे दूसरे बैंक या उधारदाताएँ करते हैं। इसका मतलब यह होता हैं की आपका व्यवसाय हमेशा आप ही की नियंत्रण में रहेगा।
– नकदी-प्रवाह के जोखिम काम करें
लेंडिंग कार्ट महिला उद्दमियों को नकदी-प्रवाह में होने वाले उतार-चढ़ाव से जुड़े जोखिमों को काम करने में भी साथ देता हैं । विशेष रूप से यह युवा SME और स्टार्टअप उपक्रमों के लिए सच हैं। व्यावसायिक ऋण आपके ग्राहक जुटाने और पूंजी वृद्धि में सहायता करता हैं।
– अधिकतम धनराशि पाने की स्वीकृति पाए
लेंडिंग कार्ट आपके द्वारा किए जाने वाले लेन-देन की रिपोर्ट विभिन्न क्रेडिट ब्यूरो को देता हैं। इससे प्रमुख निवेशक एवं उधारदाताओं में आपके व्यवसाय के लिए विश्वसनीयता और सद्भावना बनी रहती हैं। इसकी मदद से आपके लिए अधिक धनराशि और व्यावसायिक साझेदारी पाने की सम्भावना बढ़ जाती हैं।
महिलाओं के लिए व्यावसायिक ऋण के शुल्क एवं ब्याज दर
अनुकूलित ब्याज दर | १५ से २७%* |
प्रक्रिया शुल्क | १-२% |
ऋण का कार्यकाल | ३ साल तक |
पूर्व-बंद प्रभार | ०** |
मापदंड | > ९०,००० ३ महीने के लिए |
उधार की राशि | ५०,००० – २ करोड़ रुपये |
किश्तें | मासिक/द्वि-साप्ताहिक |
*आपकी व्यवसाय की सफलता, रॉयल्टी, और वार्षिक कारोबार पर आधारित
** प्रथम का सर्विसिंग के तुरंत बाद ही पूर्व बंद करने की अनुमति
लेंडिंग कार्ट व्यवसाय ऋण आवेदन का महिलायों के लिए पात्रता मापदंड
निम्नलिखित आवश्यकताएं महिलायों के लिए व्यावसायिक ऋण को तेज़ी से अनुमोदित करने के लिए दिया गया हैं। हम कोई अनावश्यक कागज़ी कार्रवाई नहीं करते जिससे प्रक्रिया में बाधा हो। व्यवसाय ऋण उनको महिलाओं को दी जाएगी जो:
- ६ महीने से अधिक एक स्थापित व्यवसाय की परिचालन कर रही हैं।
- ऋण आवेदन से पहले न्यूनतम ९०,००० रुपयों तीन महीने में किया गया कारोबार।
- व्यापार को वित्त के ब्लैकलिस्ट अथवा अपवर्जित सूचि के अंतर्गत नहीं होना हैं।
- ट्रस्ट, गैर सरकारी संगठन और धर्मार्थ संस्थान छोटे व्यवसाय ऋण के लिए आवेदन नहीं कर सकते।
यदि आपको समझ नहीं आ रहा की आप की व्यवसाय मापदंड के अंतर्गत आ रहा हैं या नहीं, आप हमसे यह जानने के लिए संपर्क कर सकते हैं।
महिलाओं के लिए व्यवसाय ऋण आवेदन करने के लिए ज़रूरी दस्तावेज़
स्वमित्व | साझेदारी | प्राइवेट लिमिटेड/LLP/एकक | |
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बैंक स्टेटमेंट (१२ महीने) | |||
व्यवसाय पंजीकरण का प्रमाण | |||
आवेदनकारी की PAN कार्ड कॉपी | |||
आवेदनकारी की आधार कार्ड कॉपी | |||
पार्टनरशिप दस्तावेज़ की कॉपी | |||
कंपनी की PAN कार्ड कॉपी |
1) व्यापार पंजीकरण प्रमाणपत्र 2) GST फाइलिंग 3) गुमस्ताधारा 4) व्यवसाय लाइसेंस 5) ड्रग लाइसेंस 6) TIN 7) VAT पंजीकरण
महिलाओं के लिए व्यवसाय ऋण पाने का ३ सरल कदम
आवेदन जमा करें
व्यवसाय ऋण प्राप्त करने के लिए सिर्फ अपने व्यक्तिगत, व्यावसायिक और वित्तीय जानकारी दर्ज करें।
दस्तावेज़ अपलोड करें
सत्यापन के लिए दस्तावेज़ों को एकल चरण प्रक्रिया के द्वारा अपलोड करे।
स्वीकृत ऋण
तीन दिन के भीतर ऋण अनुमोदन और संवितरण हो जाएगा।
आपके व्यवसाय ऋण का EMI गणना
व्यवसाय ऋण EMI की व्याख्या
समान मासिक किश्तें (EMI) एक व्यवसाय ऋण को आसानी से वापस करने योग्य वित्तीय इकाइयों में तोड़ देते हैं। प्रत्येक इकाई में मूल राशि और अर्जित ब्याज अंतर्गत रहते हैं। लेंडिंग कार्ट से मिलने वाले EMI आपको दो में से एक तरीके से मदद करता हैं: या तो आप अपने ऋण को छोटे-छोटे मासिक किश्तों के रूप में चूका सकते हैं या फिर आप द्वि-साप्ताहिक किश्तों के माध्यम से आपके ऋण की पुनर्भुगतान में तेज़ी ला सकते हैं। ऊपर से आप लेंडिंग कार्ट के ऑटो-नवीकरण विकल्प से भी अपने स्वीकृत राशि पर पुनर्वित्त का लाभ भी उठा सकते हैं।
व्यावसायिक ऋण की गणना कैसे करें?
महिलाओं को लिए दिया जाने वाला व्यावसायिक ऋण की गणना एक सरल सूत्र पर आधारित हैं: E=P x r x (1+r)n/(1+r)n-1, इस सूत्र में E हैं EMI, P हैं मूल राशि, r हैं मासिक आधार पर दी जाने वाली ब्याज दर, एवं n हैं ऋण की अवधि । हमारा ऋण EMI कैलकुलेटर इस सरल सूत्र का डिजिटल संस्करण हैं जो आपको ऑनलाइन EMI राशि की गणना करने में सहायता करेगी। ऋण EMI कैलकुलेटर आपको ब्याज और मूल राशि के तोड़ को समझने में भी सहायता करती हैं, और इस माध्यम से आप अपनी नकदी संसाधन योजना का ख़ाका भी तय कर सकते हैं ।
भारत में महिला उद्दमियों की समस्याय
भारत की महिला उद्दमियों बहुत साडी चुनौतियों का सामना करना पड़ता हैं जो सिर्फ इस देश में ही ज़्यादातर देखा जाता हैं:
सामाजिक कलंक
भारतीय समाज की पितृतांत्रिक स्थापना महिलाओं की व्यवसाय क्षमता और प्रतिस्पर्धा पर हाथ उठाती हैं और इससे ज़्यादातर महिलाओं को नुक़्सानो का सामना करना पड़ता हैं । भारतीय महिलाएं इन कलंक को बार-बार तोड़ के आगे बढ़ पाई हैं, लेकिन हमारा समाज सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक तौर पर अपनी नज़र बदलने पे अपारग हैं ।
साथियों का आक्रमक व्यव्हार
महिलाओं के खिलाफ बनी हुई पूर्वाग्रह का विषय न सिर्फ सामाजिक क्षेत्र पर सिमित हैं, अब यह वित्तीय क्षेत्र में भी साफ़ देखा जा सकता हैं जहाँ महिलाओं को अपने साथियों से भी आक्रमक व्यव्हार मिलते हैं । ऐसा व्यव्हार एक महिला के उद्दमशीलता और कौशल पर हानि पंहुचा सकता हैं।
नेटवर्किंग
महिला उद्दमियों को एक अलग नस्ल के रूप से देखा जाता हैं जिसके लिए उनका व्यावसायिक नेटवर्क में शामिल होना मुश्किल हो जाता हैं। पुरुष-प्रधान परिवेश में इसलिए उनका अपना जगह बनाना मुश्किल हो जाता हैं।
व्यक्तिगत प्राथमिकताएं
महिलाओं को अपने व्यवसाय के साथ-साथ अपने घर को भी संभालना होता हैं, यह भाव ज़्यादातर समय पुरुष उद्दमियों के मुकाबले ज़्यादा नुक्सान पहुँचाती हैं क्योंकि इससे उनका ध्यान सिर्फ व्यवसाय पर बनी नहीं रह पाती।
व्यावसायिक मानसिकता
जिस तरह से महिलाओं को ज़नाना में पाला-पोसा जाता हैं, इससे उनके अंदर व्यावसायिक स्तर के लिए ज़रूरी चतुरता अर्जन करने में समय लग जाता हैं। कभी-कभी ऐसा देखा गया हैं की एक महिला उद्दमी के भरोसेमंद स्वभाव का फायदा उठाते हुए एक प्रतियोगी अनुचित लाभ उठता हैं।
बचाव और सुरक्षा
भारत के ज़्यादातर महिलाओं के सामने खड़ी एक बड़ी समस्या हैं व्यक्तिगत सुरक्षा । व्यवसाय के मामले में उन्हें नई-नई जगह जाना पड़ सकता हैं और एक लम्बे समय के लिए काम भी करना पड़ सकता हैं, यह सब चुनौतियों का सामना उन्हें आँख खोलकर करना पड़ सकता हैं।
महिला उद्दमियों को व्यापारिक नुक्सान को काबू में लाने में कैसे व्यवसाय वित्त मदद करता है?
व्यापारिक वित्त न सिर्फ महिलाओं को उत्पादन प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने, नकदी-प्रवाह अवरोधों को समाप्त करने और नए बाज़ारों में व्यवसाय विस्तार में मदद करता हैं बल्कि महिला उद्दमियों के द्वारा झेले गए चुनौतियों को कम करने में भी सहायता करते हैं। निम्नलिखित कदम लेते हुए लेंडिंग कार्ट महिला उद्दमियों का साथ देता हैं:
- आर्थिक स्वतंत्रता के साथ आता हैं सामाजिक मूल्य और प्रशंसा । लेंडिंग कार्ट का दिया हुआ व्यवसाय ऋण आपके उद्दम को सफलता प्रदान करता है और इसके माध्यम से आपको सामाजिक कलंक के खिलाफ खड़े होने में भी मदद करता हैं ।
- आर्थिक विकास होने पर आपको निवेशकों और वाणिज्यिक भागीदारियों का साथ प्राप्त होता हैं, और जो आपके खिलाफ आवाज़ उठा रहा हो उन्हें भी चुप करा देता हैं।
- व्यापारिक सफलता के साथ आता हैं आत्मविश्वाश। इससे आपके उद्दम को फैलने में सहायता मिलता हैं। उद्दम की सफलता आपके सामाजिक और आर्थिक स्तर को भी सफल करता हैं।
- जैसे-जैसे आपका उद्दाम बढ़ता हैं, आप अपना प्रबंधन का प्रसार किसी भी गैर-महत्वपूर्ण कर्तव्यो से मुक्त हो कर कर पाएंगे। इससे आपको अपना व्यक्तिगत एवं कर्मजीवन को संतुलित करने का भी समय मिलता हैं।
- आपके उद्दम से मिला हुआ अनुभव आपको व्यापार ऋण या निवेश से अधिकतम लाभ पाने पर भी मदद करता हैं।
- अंत में, व्यापारिक वित्त से आपको अपने और आपके साथ काम करने वाले महिला कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित और चिंतामुक्त कार्य वातावरण बनाने का अवसर मिलता हैं। इससे आप समस्त महिला उद्दमियों महिला कर्मचारियों के लिए सुरक्षा प्रदान कर पाएंगे और उनके लिए एक प्रेरणा भी बन पाएंगे।
महिलाओं के लिए व्यावसायिक ऋण सम्बंधित प्रश्नोत्तर
शहरों की हम सेवा करते हैं
हरियाणा: चंडीगढ़, रोहतक, पलवल, गुड़गांव, रेवाड़ी, पानीपत, कैथल, करनाल
हिमाचल प्रदेश: शिमला, मंडी, मनाली, चंबा , कुल्लू, रामपुर
उत्तरप्रदेश: लखनऊ, आगरा, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, मेरठ, झांसी
पंजाब: अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, पटियाला, फिरोजपुर उत्तराखंड: देहरादून, हरिद्वार, मसूरी, रूड़की, किच्छा |
पश्चिम बंगाल: कोलकाता, हुगली, हावड़ा, कल्याणी
बिहार: पटना, सासाराम, नालंदा, औरंगाबाद, जहानाबाद, सीवान, दरभंगा, बक्सर
झारखंड: रांची, जमशेदपुर, धनबाद, देवघर
गोवा: पणजी, मडगाँव, मापुका, पोंडा राजस्थान: अलवर, जयपुर, अजमेर, बहरोर, धौलपुर
महाराष्ट्र: मुंबई, पालघर, पिंपरी, उल्हासनगर, ठाणे, अहमदनगर, औरंगाबाद, नाशिक, नांदेड़
कर्नाटक: बैंगलोर, मैंगलोर, हुबली, मैसूर, शिमोगा, दावणगेरे, गुलबर्गा, बेल्लारी, बेलगाम आंध्र
प्रदेश: विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम, गुंटूर, तिरुपति, राजमुंदरी, काकीनाडा, अमरावती, कडप्पा, नेल्लोर, कुर्नूल, अनंतपुर
तमिलनाडु: चेन्नई, कोयम्बटूर, मदुरै, त्रिची, सलेम, वेल्लोर, इरोड केरल: एर्नाकुलम, कोच्चि, तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, त्रिशूर, मलप्पुरम